Gupt Navaratre 2021 Hindi I गुप्त navratri कब से है? गुप्त नवरात्रि का क्या महत्व है ? गुप्त नवरात्रि की क्या कथा है ? गुप्त नारात्रि क्यों विशेष होती है ? गुप्त नवरात्रि में किन 10 विधाओं की पुजा होती है ? www.singhblog.co.in
गुप्त नवरात्रि : वैसे तो हर वर्ष माता के चार नवरात्रे होते है जिनमे से 2 नवरात्रों को प्रत्यक्ष नवरात्रे कहा जाता है ओर 2 नवरात्रों को गुप्त । जो प्रत्यक्ष नवरातरे होते है उनमे जो ग्रहस्थ जीवन जीने वाले या आम जन माता की आराधना कर माता रानी को प्रसन्न करने का प्रयास करते है । ओर इन नवरात्रों मे माँ के 9 (नौ) रूपों की पुजा आराधना होती है । वहीं शास्त्रों के अनुसार जो 2 गुप्त नवरतरे होते है इनमे माता की 10 विधाओं की आराधना होती है ओर ये विशेषकर साधू – सन्यासियों, तांत्रिकों, साधकों, अघोरीयों के लिए विशेष होती है । इनमे माता की दस विधाओं की पुजा होती है ओर साधु – सन्यासी , तांत्रिक इसमे माता को प्रसन्न करने के लिए अलग – अलग ढंगों से यानि अलग – अलग पुजा विधाओं से माता की पुजा करते है ओर सिद्धियाँ प्राप्त करते हैं। गुप्त नवरतरे विशेषकर सिद्धि प्राप्त करने वालों के लिए विशेष होते हैं लेकिन आम जन मानस भी माता की पुजा आराधना कर घर की सुख समृद्धि के लिए माँ की पुजा कर सकता है । www.singhblog.co.inगुप्त
नवरात्रि 2021 :
वैभव
लक्ष्मी कालदर्शक पंचांग – कैलेंडर के अनुसार :
11 जुलाई
2021 से गुप्त नवरात्रे प्रारम्भ
20 जुलाई
2021 को नवरात्रे समाप्त होंगे ।
आम जन
/ ग्रहस्थ व्यक्ति माता की आराधना कैसे करे : जैसा की आप ऊपर जान ही चुके हैं की
ये नवरात्रे किन के लिए विशेष होते है फिर भी यदि आम जन या ग्रहस्थ व्यक्ति माँ की
आराधना करना चाहता है तो वो माँ के लिए एक साफ पटरी/चौकी लगा कर उस पर लाल रंग की चादर/कपड़ा
बिछा कर उस पर माता की मूर्ति या तस्वीर को
स्थापित करे ओर माता को लाल रंग की चुनरी ओढ़ाए । नारियल, फल ओर
शृंगार का समान माता को अर्पित करे । ओर घी का दीपक सुबह शाम जलाए माता की पूरे नौ
दिन आराधना करे । सुबह शाम की माता की आरती करे ओर दुर्गा चालीसा का पाठ करें । एक
विशेष ध्यान ये भी रखें के माता को तुलसी , आक , मदार
बिलकुल न चढ़ाएँ ओर पूरे नौ दिन अपना खान पान सात्विक रखें । माता की पुजा सम्पन्न होने पर सभी पुजा में शामिल
लोगों को माता का प्रसाद दें । वैसे तो माता रानी की आराधना आप जब कभी भी कर सकते है
करें लेकिन नवरत्रो का समय विशेष होता है इन दिनो माता की विशेष कृपा अपने भक्तजनो
पर रहती है । ओर पूरे विधिविधान/ साफ ओर सवच्छ मन से की गयी माता रानी की पुजा अत्यंत
शुभकारी होती है घर में शांति, यश , वैभव
, धन , रोगों से मुक्ति आदि मिलती है
। माता रानी के नवरातरे आप सभी के लिए सुखमय
हों ऐसी हम कामना करते हैं। www.singhblog.co.in
गुप्त
नवरात्रो में माँ के किन रूपों की पुजा होती है या किन 10 महाविधाओं की पुजा होती है :
·
मां
कालिके,
·
तारा
देवी,
·
त्रिपुर
सुंदरी,
·
भुवनेश्वरी,
·
माता
चित्रमस्ता,
·
त्रिपुर
भैरवी,
·
मां धूम्रवती,
·
माता
बगलामुखी,
·
मातंगी,
·
कमला
देवी
ऐसा कहा
जाता है के माता के गुप्त नवरात्रों में साधू – सन्यासी , अघोरी
, तांत्रिक माता को प्रसन्न करने के लिए आधी रात का समय चुनते
है क्योंकि रात के समय बिलकुल सन्नटा ओर शांति होती है ओर इन सभी को पुजा करते समय
किसी प्रकार की विघ्न या टोका टाकी की समस्या
नही होती । ओर ये पूरे विधिविधान से माता को प्रसन्न करने की ओर माता से सिद्धियाँ
प्राप्त करने के लिए माता की पुजा करते है । www.singhblog.co.in
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Thankyou
ReplyDeleteNice
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